वासंती फूलों पर जैसे
भंवरों की टोली की लहरा
मद्धम धूप सरीखा उजला
याद में भीगा कोई चेहरा
भंवरों की टोली की लहरा
मद्धम धूप सरीखा उजला
याद में भीगा कोई चेहरा
यह मन भूल नहीं पाएगा
घने नेह का रंग सुनहरा
आ भी जाओ साथ चलो तुम
छँट जाए दुख वाला कोहरा
घने नेह का रंग सुनहरा
आ भी जाओ साथ चलो तुम
छँट जाए दुख वाला कोहरा
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